सर पे सिंदूर का “ फैशन ” नही है !
गले मे मंगलसूत्र का “टेंशन” नही है !!,,
माथे पे बिंदी लगाना “आउटडेटेड” लगती है !
तरह तरह की लिपस्टिक अब होंठो पेसजती है !!,,
आँखो मे काजल और मस्कारा लगाती हैं !
नकली पलकों से आँखो को खूब सजाती हैं !!,,
मूख ऐसा रंग लेती हैं की दूर से चमकता है !
प्रफ्यूम इतना तेज की मीलों से महकता है !!,,
जो नथ कभी नाक की शोभा बढ़ती थी !
आज होठ और जीभ पे लग नाक को ठेंगा दिखती हैं !!,,
बालो की “स्टाइल” जाने कैसी -कैसी हो गयी !
वो बलखाती लंबी चोटी ना जाने कहाँ खो गयी !!,,
और परिधान तो ऐसे “डिज़ाइन” मे आये हैं !
कम से कम पहनना इन्हे खूब भाये है !!,,
आज अंग प्रदर्शन करना मजबूरी सी लगती है !
सोचती है इसी मेइनकी खूबसूरती झलकती है !!,,
पर आज भी जब कोई भारतीय परिधान पहनती है !
सच बताऊं सभी की आँखे उस पेही अटकती है !!,
सादगी,भोलापन और शर्म ही भारतीय स्त्री की पहचान है !,
मत त्यागो इन्हें यही हमारे देश का स्वाभिमान है,स्वाभिमान।
मेरी लिखी बातों को हर कोई समझ नही सकता,क्योंकि मैं अहसास लिखती हूँ,और लोग अल्फ़ाज पढ़ते हैं..! अनुश्री__________________________________________A6
Tuesday, January 31, 2017
पहचान
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