Tuesday, January 31, 2017

पहचान

सर पे सिंदूर का “ फैशन ” नही है !
गले मे मंगलसूत्र का “टेंशन” नही है !!,,
माथे पे बिंदी लगाना “आउटडेटेड” लगती है !
तरह तरह की लिपस्टिक अब होंठो पेसजती है !!,,
आँखो मे काजल और मस्कारा लगाती हैं !
नकली पलकों से आँखो को खूब सजाती हैं !!,,
मूख ऐसा रंग लेती हैं की दूर से चमकता है !
प्रफ्यूम इतना तेज की मीलों से महकता है !!,,
जो नथ कभी नाक की शोभा बढ़ती थी !
आज होठ और जीभ पे लग नाक को ठेंगा दिखती हैं !!,,
बालो की “स्टाइल” जाने कैसी -कैसी हो गयी !
वो बलखाती लंबी चोटी ना जाने कहाँ खो गयी !!,,
और परिधान तो ऐसे “डिज़ाइन” मे आये हैं !
कम से कम पहनना इन्हे खूब भाये है !!,,
आज अंग प्रदर्शन करना मजबूरी सी लगती है !
सोचती है इसी मेइनकी खूबसूरती झलकती है !!,,
पर आज भी जब कोई भारतीय परिधान पहनती है !
सच बताऊं सभी की आँखे उस पेही अटकती है !!,
सादगी,भोलापन और शर्म ही भारतीय स्त्री की पहचान है !,
मत त्यागो इन्हें यही हमारे देश का स्वाभिमान है,स्वाभिमान।

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